व्यापम की बिल्डिंग को क्यों ना स्मारक बनाया जाए
पूरी दुनिया में इतिहास को धरोहर के रूप में रखने के कई उपाय किये जाते हैं, उनमें से कुछ लेखन और किताबों के द्वारा रखे जाते हैं, कुछ साक्षों को एकत्रित करके अपने - अपने तरीके से रखा जाता है। कई जगह इतिहासकार या उस समय के भाँडो (चाटुकार) द्वारा महिमा मंडित करके लिखा जाता है , और कही चित्रकारी द्वारा रखा जाता है, पुरातत्व सामग्रियों को संगठित करके उस काल के बारे में समझाने की कोशिश की जाती है । लेकिन, मेरे अनुसार : पुराने भवनों को यथा स्तिथि में रख कर इतिहास को सहेजना सबसे उचित है । जब भी में किसी शहर या दिल्ली जाता हू तो इस तरीके की इतिहासिक बिल्डिंगों को देखने की इच्छा ज़रूर ज़ाहिर करता हू जिससे उस समय विशेष की या फिर उस वस्तु स्थिति के बारे में जानने का और अपने कौतुहल को शांत करने का, इतिहासिक चीज़ों को संगठित करने का यह सबसे अच्छा उपाय लगता है ।
VYAPAM घोटाला मेरे विचारों से एक इतिहासिक कुकृत्य है । इतिहासिक इसलिए की इस कुकृत्य में सभी प्रकार का कुकृत्य शामिल है जैसे की , बालक एवं बालिकाओ का भविष्य, धन एवं भ्रष्टाचार , सत्ता एवं सत्ता का दुरूपयोग, सत्ता के गलियारों के दलालो का (भांडो का) VYAPAM पर वीर रस की कविताओं के सामान VYAPAM का महिमा मंडल करना एवं सत्ता प्रमुख (राज्यपाल एवं मुख्य मंत्री) द्वारा इस कुकृत्य में शामिल सभी लोगो को पारितोषक (इनाम) देना और इन सब घटनाओ के अलावा इतहिासिक घटना होने के लिए एक चीज और प्रमुख होती है कि उस इतिहास्कि घटना में कितने लोग मारे गए । तो इस VYAPAM की घटना में भी जितना समाचार माध्यमों से ज्ञात हो रहा है की 45 - 48 के बीच जानें जा चुकी हैं । ऊपर बताई उपलब्ध सामग्री इतिहासिक घटना साबित करने के लिए , मेरे विचार से पर्याप्त है ।
VYAPAM घोटाला मेरे विचारों से एक इतिहासिक कुकृत्य है । इतिहासिक इसलिए की इस कुकृत्य में सभी प्रकार का कुकृत्य शामिल है जैसे की , बालक एवं बालिकाओ का भविष्य, धन एवं भ्रष्टाचार , सत्ता एवं सत्ता का दुरूपयोग, सत्ता के गलियारों के दलालो का (भांडो का) VYAPAM पर वीर रस की कविताओं के सामान VYAPAM का महिमा मंडल करना एवं सत्ता प्रमुख (राज्यपाल एवं मुख्य मंत्री) द्वारा इस कुकृत्य में शामिल सभी लोगो को पारितोषक (इनाम) देना और इन सब घटनाओ के अलावा इतहिासिक घटना होने के लिए एक चीज और प्रमुख होती है कि उस इतिहास्कि घटना में कितने लोग मारे गए । तो इस VYAPAM की घटना में भी जितना समाचार माध्यमों से ज्ञात हो रहा है की 45 - 48 के बीच जानें जा चुकी हैं । ऊपर बताई उपलब्ध सामग्री इतिहासिक घटना साबित करने के लिए , मेरे विचार से पर्याप्त है ।
मेरे विचार से सरकार को और किसी तथ्य की ज़रुरत नहीं पड़ेगी, सरकार इस व्यापम की बिल्डिंग को धरोहर के रूप में स्वीकार लेगी । VYAPAM की बिल्डिंग भी भोपाल में 10 रुपये 5 रुपये की टिकट देकर इतिहासिक घटना देखने योग्य हो जाएगी । इससे मध्य प्रदेश की सरकार को अपनी आर्थिक स्थिति और सुदृढ़ करने का मौका मिलेगा। मुझे आशा ही नहीं, पूर्ण विश्वास है की भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी, प्रधान मंत्री बनने के बाद पर्यटन को उद्योग के रूप में जो स्थापित करना चाहते थे उस दिशा में भी मध्य प्रदेश की सरकार अपना योगदान दे सकेगी।जिस प्रकार की सफाई अभियान, योग अभ्यास अभियान में मध्य प्रदेश सरकार ने प्रधान मंत्री की योजनाओं को बड़ - चड़ कर क्रियान्वित किया।
कुछ इतहास कार , कुछ पत्रकार एवं कुछ सत्ता के दलाल मेरे इस लेखन से सहमत ना हो और मुझ पर भड़कने की कोशिश करेंगे । में तो भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से प्रार्थना करूँगा की एक कमेटी बनाये जिसमें सभी वर्ग के लोगो का प्रतिनिधित्व हो जैसे की : राजनेता , कार्य कर्ता , वैज्ञानिक तथ्यों के प्रामाणिक कर्ता और भारत के विशेष इतिहासकार अगर यह सभी लोग निष्पक्ष या पूर्ण बहुमत से मेरी बात से सहमत हो, तभी VYAPAM भवन को सरकार के द्वारा इतिहासिक शिक्षा मंडल (VYAPAM) घोषित किया जाए । इन सभी लोगो से बस निवेदन इतना रहेगा की बिल्डिंग की जो वस्तु स्थिति है, साक्ष है , उनको जाँच के पश्चात पूर्व स्थिति में रख दिया जाए , जैसे की : जितने अधकारी है उनके कमरो की यथा स्थिति, उनके name plate के साथ।
जिन लोगो ने इस भ्रष्टाचार को उजागर करके की भूमिका निभाई है उनकी इतिहासिक फोटोए , जिन - जिन तारीखों में कोर्ट के निर्णय आये है उन इतिहासिक तारीखों की पेपर की कटिंग से : कहने का तात्पर्य यह है की इस घटना से सम्बंधित जो भी सामग्री है उस सारी सामग्री को वैज्ञानिक तकनिकी के द्वारा वास्तु स्थिति में रखा जाए । मेरा अंतर मन बार - बार कह रहा है की व्यावसायिक शिक्षा मंडल भवन को सरकार के द्वारा इतिहासिक शिक्षा भवन करके सुरक्षित किया जाए जिससे आने वाली पीढ़ी को भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के पर्यटन व्यापार (tourism business) में मध्य प्रदेश का सहयोग जैसी अविस्मर्णीय घटना साक्शो के साथ हमेशा जीवित रहेगी । धन्यवाद ।
LUCKY BABA
Om Sai....

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