Wednesday, October 14, 2015

 International Court of Justice में भारतीय प्रधान मंत्री पर मानहानि का मुकदमा 




आज शहर में कई जगह बुद्धिजीवियों के बीच चर्चा का एक आम विषय - भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर South Africa की सरकार के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर करने की चर्चा बहुत ज़ोरो से थी । कही यह बहस गरम - गरम चाय या कॉफ़ी के साथ थी या फिर ,आज से नौ दुर्गा महोत्सव शुरू होने से पंडालों के आस - पास चर्चा आम थी । मुझे किसी भी समाचार माध्यम से इस समाचार की जानकारी नहीं मिली , खासकर news channel एवं newspaper में यह खबर कही नहीं मिली । मैं इन चर्चाओ को सुन रहा था और आजु - बाजू के अपने साथियो से बार - बार पूछ रहा था की यह समाचार कहा से प्राप्त हुआ ? क्यूंकि मुझे (लक्ष्मीकांत मिश्रा को) अपने ज्ञान के अनुसार किसी भी प्रधान मंत्री पर साधारणतः अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में जाने के पहले एक सरकार का दूसरी सरकार से सफाई या फिर उसपे लिखित वजह जाने बिना अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में सरकारें  जाना पसंद नहीं करतीं । अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में जाना, दो देशों की सरकारों के बीच का सम्बन्ध ही नहीं होता बल्कि, दो देशो के आम नागरिकों की जन - भावनाए, सांस्कृतिक सम्बन्ध , व्यापारिक सम्बन्ध , आपस में भाई - चारा आदि, बहुत सारी  चीज़े , सम्मिलित होती हैं । 

ऐसे विवादों पर अभी तक यह परिपाटी रही है की ,अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में जाने की जगह, आपस में चर्चा करके एक दूसरे को विश्वास में लेकर विषय को समाप्त कर दिया जाता है । यह मेरा (लक्ष्मीकांत मिश्रा) का सिर्फ ज्ञान मात्र है । ऐसी ही परिपाटियों को मैंने आज तक देखा एवं सुना है । ख़ैर , वजह कोई भी हो , मैं उस माध्यम को जानना चाहता था या फिर अपनी आदत के अनुसार , सत्यता बिना जाने, मैं कोई चर्चा नहीं कर पाता । आदरणीय राजेन्द्र कोठारी जी एवं अपने मित्र - मनोज गौतम से इस समाचार का स्त्रोत पूछा। ज्ञात हुआ , की इंटरनेट पर यह समाचार आ रहा है। कौतुहल वश , मैंने internet खोला जिसमे www. worldnewsexpress.com में इन् lines को पढ़ा - 

"Cape Town: After Indian Prime Minister Modi’s tweet comparing Parkash Singh Badal, an Indian politician with South Africa’s father of nation, Nelson Mandela, the Government of South Africa filed defamation case against the leader of India in the International Court of Justice, Hague.
PM Modi said: “There is a special family about whom pages are  written in history even if their fingernails break. Very few people know that Badal Saheb is Nelson Mandela of India, who has spent nearly two decades in jail only because of political differences.”

After tweet, Twitterati started trending ##YoBadalSoMandela to protest against the Prime Minister of India’s statement.
“It’s an insult to our Father of Nation by comparing India’s ordinary politician”, a netizen from South Africa tweeted.
To calm down the protest situation in South Africa, the Government of South Africa filed a defamation case against the Indian Prime Minister Modi in the International Court of Justice, Hague for the insulting father of the nation of our country." 

जिसका तात्पर्य , मैंने अपने ज्ञान से यह निकाला - की , भारतीय प्रधान मंत्री , नरेंद्र मोदी के दिए उपरोक्त tweet से आहत होकर South Africa की सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में , भारत देश के सबसे लोकप्रिय नेता ही नहीं बल्कि , देश के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी पर अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में मुकदमा लगा दिया । मरे दिमाग में यह सवाल बार - बार आ रहा है की साउथ अफ्रीका की सरकार को आखिर किस बात की इतनी हड़बड़ी थी या जल्दबाज़ी थी जिससे वह सीधे भारतीय प्रधान मंत्री के खिलाफ मुकदमा दायर करने पर उतर आई, या फिर , हमारा विदेश मंत्रालय इस पूरे घटना क्रम पे कोई संज्ञान नहीं ले सका, और हालात की गंभीरता को क्यों नहीं समझ पाया? एक आम भारतीय होने के नाते , देश के प्रधान मंत्री पर इस तरह अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में मुकदमा लगाने से मन व्यथित हो गया । यह, भारत की मान - मर्यादा का विषय है , और मैं, लक्ष्मीकांत मिश्रा, इस खबर से मानसिक रूप से आहत भी हुआ और परेशान भी । आखिर , भारत का  विदेश मंत्रालय इस प्रकार की चूक (गलतियाँ) से हम जैसे साधारण नागरिको को कैसे संतुष्ट करेगा ? इस देश की स्मिता को कैसे बचाएगा ?   

यह सवाल शायद , जाती , धर्म , राजनितिक प्रतिद्वंदिता - इन सब से उठ कर है । यह पूरे राष्ट्र का विषय है । यह किसी पर व्यक्तिगत आरोप - प्रत्यारोप का समय नहीं है । भारतीय विदेश मंत्रालय को एवं भारतीय सरकार को अब अपना कड़ा रुख़ एवं विरोध साउथ अफ्रीकन सरकार के ख़िलाफ़ तुरंत दर्ज करना चाहिए, जिससे किसी भी राष्ट्र को इस तरीके से भारतीय प्रधान मंत्री को अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में खीचने की परिपाटी की शुरुआत ना हो सके , एवं , मुझ जैसे हर एक आम भारतीय नागरिक को इस बात की जानकारी से अवगत भी करना चाहिए । इस समाचार को दबाने की जगह , इससे हमारे देश की प्रतिष्ठा पर जो आंच आई है , उसकी हर नागरिक को जानकारी होनी चाहिए । ऐसे समय में , देश का हर नागरिक भारत के प्रधान मंत्री से कंधे से कन्धा लगा कर लड़ने को तैयार है । 


Lucky Baba 
Om Sai 

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