Saturday, June 20, 2015

हे रामदेव (बाबा), तुम्हारी ठग रुपी, दिव्य द्रुष्टि मिचमिचाती आँखों को मेरा सत -सत प्रणाम 


बाबा रामदेव, यह भारत देश सदियों से योग कर रहा है और योग विद्या को जानता है। इसके गुणों और अवगुणो से बड़े - बड़े महापुरुष, ऋषि - मुनि, सामान्य पुरुष मेरे जैसा बहुत ही साधारण इंसान (लक्ष्मीकांत मिश्रा) सभी इससे अवगत हैं । बस, इन् सभी इंसानों में और तुम में एक चीज़ का फर्क है : और वह फर्क यह है कि इन् सभी इंसानों ने इस विद्या का उपयोग जन साधारण के उत्थान के लिए किया और अपनी अपनी वेश भूषा में किया । लेकिन हे महान ठग बाबा रामदेव, इस विद्या के द्वारा लोगों को ठगने का कार्य और इस वेश भूषा का उपयोग भारतीय जन मानस को लूट का साधन बनाने का पवित्र कार्य एक ठग ही कर सकता है । 

योग जैसी असाधारण कला का आप ने जोगिया कपड़ो के साथ जो योग किया है, वह एक ठग के सिवा, मेरा दिमाग (लक्ष्मीकांत मिश्रा)  यह कहता है और कोई नहीं कर सकता । बाबा रामदेव तुझे सत - सत प्रणाम । आपने 125 करोड़ के साथ - साथ देश के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी, जो खुद इस कला में माहिर थे, उनको भी भारत की शान एवं सर्वोच्च मार्ग, राजपथ पर नौटंकी करने के लिए विवश कर दिया । 




यह शायद दुनिया और देश का पहला सर्वोच्च सत्ता प्रमुख इंसान होगा (प्रधान मंत्री जी) जो हज़ारो लाखो मरते हुए किसानो की समस्याओं को भूल कर, भारतीय युवकोँ की बेरोज़गारी, देश की अनगिनत असाधारण समस्याओं को भूल कर, देश की सीमा पर रेगिस्तान की तप्ती हुई धूप  में, बर्फ से ढकी हुई सीमाओ पर पहरेदारी करते हुए सैनिकों की समस्याओ को भूल कर , और ऐसे ही न जाने कितनी असाधारण समस्याओ को भूल कर, देश के कोटि कोटि नागरिक, जो न जाने 24 घंटे किन - किन समस्याओ से जूझ रहा है, यह सब देश का सर्वोच्च सत्ता प्रमुख हिंदुस्तान की सबसे प्रमुख सड़क राजपथ पर बैठ कर योग आसनो के द्वारा अपने करतब दिखा रहा होगा । 

मुझे इस बात में रत्ती मात्र भी संदेह नहीं है कि योग साधना के द्वारा शरीर और शरीर के अंग पूर्ण स्वस्थ रहते हैं। लेकिन है बाबा रामदेव , में (लक्ष्मीकांत मिश्रा ) तेरी ठगी विद्या को मान गया । दुनिया में बड़ी - छोटी  कम्पनियाँ, साधारण - असाधारण कम्पनियाँ, अपने अनुसार महत्त्वपूर्ण व्यक्ति (सेलिब्रिटी)  को लेकर अपने उत्पादों का प्रचार करती हैं । लेकिन, हे महान ठगी योगी, इस दुनिया में आप अकेले इंसान होगे जो अपने आप को (बाबा रामदेव) प्रचारित  एवं स्थापित करने के लिए, देश की सत्ता के सर्व प्रमुख पद पर विराजित श्री नरेंद्र मोदी का उपयोग कर के Patanjali products  एवं बाबा रामदेव को बिना एक पैसा लगाये विश्व विख्यात कर दिया। आपको सत - सत प्रणाम ।

भारत के किसी भी T.V चैनल को खोलो, रेडियो के किसी भी स्टेशन को लगाओ: चारो तरफ भारत के भू मंडल में, आकाश में , ज़मीन में , सारी दिशाओं में बाबा रामदेव का ही महिमा मंडल होते हुए दिखाई एवं सुनाई दे रहा है। आपको सत - सत फिर से प्रणाम कर रहा हूँ , में  मान गया आपकी ठग रुपी विद्या और कला को । मेरे विचार में आप दुनिया के सारे ठगो के लिए सर्वोच्च एवं आदर्श व्यक्ति होंगे जिसने स्वयं (बाबा रामदेव) को प्रचारित करने के लिए 125 करोड़ की आबादी वाले देश के प्रधान मंत्री का उपयोग करके दिखा दिया । 

बाबा रामदेव, आपको सत -सत -सत -सत प्रणाम।    

Note : में लक्ष्मीकांत मिश्रा शपथ पूर्वक कहता हूँ कि  योगा आसन द्वारा शरीर एवं दिमाग को स्वस्थ रखा जाता है । में 18 वर्ष की आयु में भोपाल के नरेंद्र देव पुस्तकालय सभाग्रह, कमला  पार्क में , श्री गांगुली जी के सिखाये गए योगा आसनो को  लगाता  रहा था जिसकी वजह से में आज भी  संपूर्ण स्वस्थ हूँ । 



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