🙏नमो नमः🙏
किस घड़ी में पेदा हुए थे तुम ओर किस घड़ी में इस महान देश के नागरिकों ने तुमको अपना नेतृत्व देने का निर्णय ले लिया - उस घड़ी की तो माँ की ?... जब से नेतृत्व सम्भाला हे देश को ख़ून के आंसू रुला दिए , अभी ओर क्या क्या बाक़ी हे तुम्हारे सड़े गले दिमाग़ में ? भाषा का लिहाज़ आज पचपन साल की उम्र में टूटने लगा है , हर सुबह से ??? फटने लगती है ,कितने सैनिक आज कहा - कहा शहीद हुए होंगे , कितने किसानो ने आत्म हत्या की होगी , किस दोस्त के हाथ बेंक की किश्त ना भर पाने की वजह से मुँह लटका हुआ दिखाई देगा , कोन सा यवा ये कहता हुआ रो दे की अंकल अब तो आत्म हत्या कर लेने का मन होता हे पापा का दर्द देखा नहीं जाता - अपनी हैसियत से सों गुना ज़्यादा हम लोगों की पढ़ाई में लगा दिया वो भी लोन ले के , आज उनकी पेंशन से भी कम हम दोनो भाइयों की सैलरी जोड़ के हे , हमसे तो अच्छा नुक्कड़ पे वो चाए बेचने वाला हे , कब तक दिलासा दूँ इस देश के युवा को ?
कुझ दिन पहले एक दिम्पत्ती आए थे मेरे पास ,भगवान ने उनको सारे सुखों से आज से चार साल पहले तक नवाज़ा था ,छोटा बेटा फ़ौज में था बड़ा कोई छोटा - मोटा व्यवसाय करता था ,ढाई साल पहले तक उनको देख के मन ख़ुश हो जाता था , अब उनको देख के मेरी ,,,, फट जाती हे छोटा बेटा कश्मीर के पास देश के लिए शहीद हो गया , ओर बड़ा बेटा हल्का हल्का चटक ( दिमाग़ी रूप से ) गया , उनकी हालत क्या हे ये मैं लिख ही चुका हू फिर से लिख देता हू उनको देख के मेरी ,,,,, फट जाती हे , किस किस को क्या क्या दिलासा दूँ , अपनी तो पहले से ही फटी हुई हे , क्या क्या बोलू किस किस के लिए बोलू | नमो नमः आख़िर इस देश से इस देश की जनता से तुम किस पाप का बदला ले रहे हो , कहा तक लोगों को समझाऊँ की भैया तुम ही नहीं भगवान राम भी एक मकान के लिए परेशान हैं तुम ओर तुम्हारे गिरोह ने उनको भी तो नहीं छोड़ा|
तुम्हारे गिरोह ( बी, जे, पी,) को छोड़ के इंसान ,भगवान , जीव जंतु , सब परेशान हैं | तुम बताव 28, मई 2019, की तारीख़ से हालत सुधरने लगेंगे ?? अगर तुम्हारा जी भर गया हो तो कही दया आ रही हो हम देश वासियों पे , इस देश की जनता पे ??
(मुझे लोग बाबा कहते हे) बड़ी उम्मीद से पूछते हैं - बाबा अच्छे दिन कब शुरू होंगे , मेरा मान सम्मान बच जाएगा अगर नमो नमः तुम मान जाव |
- लक्ष्मीकांत मिश्रा (बाबा)

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