वक़्त
तू ऐसे पल का मिला हुआ मेरे वक़्त का वो हिस्सा है
की जिसे न में संभाल सकता हु और न ही तू फेक सकती है
एक पल तो तेरे बिन मेरा कटता नही
ये शर्त मैंने ही रखी थी की मुझे ज़िन्दगी युही बितानी है
हर पल तो तेरी यादो के सहारे में जी रहा हु
ये शर्त भी मेरी ही थी की किसी को कुछ बताना भी नही है
बड़ा मुश्किल हो रहा है ये अब मेरे ही लिए
मुझे खुद को मेरी ही शर्तो से तुझे अपना बना पाने के लिए
तू ऐसे पल का मिला हुआ मेरे वक़्त का वो हिस्सा है
जिसे न में सम्भाल सकता हु और ना ही तू फेक सकती है
मुझे देख रिश्तो की भीड़ में भी किसी अपने को ढूढ़ता हूँ
और एक तू है की मुझे देख भीड़ में ही कही खो जाती है
ये देख तू की किसी अपने के लिए कोई किस तरह परेशा होता है
परेशा मुझे देख न जाने क्यों तू उसकी बाहों में सिमट जाती है
ये तो तय है की तू भी मेरे लिये कुछ न कुछ तो परेशा होगीं
बाहे जरुर किसी तेरे अपने की होगीं लेकिन महक मेरी ही तेरी सांसो में होगीं
तू ऐसे पल का मिला हुआ मेरे वक्त का वो हिस्सा है
जिसे न में सम्भाल सकता हूँ न ही तू फेक सकती है
मुझ से ज्यादा कौन ये जानता है की आदत है तेरी भूल जाने की
में भी तो एक अहसास हूँ तेरा ही की, तू मुझे भूल के भी न भूल पायेगी
इधर मेरी कोशिश है की तेरी यादो से तुझे अपना बनाने की
तू कोशिश उधर कर मुझे अपने दिलो दिमाग से भुलाने की
तू ऐसे पल का मिला हुआ मेरे वक्त का वो हिस्सा हैं
जिसे न में संभाल सकता हू और न ही तू फेक सकती है
